The Power of Habits in Hindi | Buddhist Story

हेलो दोस्तों स्वागत है आपका आपके अपने वेबसाइट में मोटिवेशन अड्डा.

दोस्तों जैसे कि आपको पता है हम यहां पर मोटिवेशनल रिलेटेड पोस्ट पब्लिश करते रहते हैं और आपका बहुत सारा प्यार भी हमें मिलता है दोस्तों आपके इसी प्यार में हमें इतना मोटिवेट रखा है ताकि हम नई-नई पोस्ट लाते रहते हैं

हमारी आपसे निवेदन है कि आप आपका सुझाव कमेंट में जरूर पोस्ट करें ताकि हमें आपके विचार और आपकी पसंद ना पसंद की समझ आए और हम अपने कंटेंट को सुधारने की भी कोशिश करें

The Power of Habits in Hindi

दोस्तों आज की हमारी कहानी है अपनी आदतों को लेकर दोस्तों

किसी ने सही बात कही है की कि दूसरों की समस्या का आनंद लेना बंद कीजिए नहींतर ईश्वर आपको वही समस्या दे देंगे क्योंकि यह तो आपको पता ही होगा कि यह Universe का नियम है कि जिसमें आपको खुशी मिलती है वही आपको मिल जाता है आदतों को लेकर आपने बहुत सी कहानी सुनी होगी जैसे की आदत से मजबूर होना, पुरानी आदत हो को नहीं भूल पाना, बहुत सारी कहावतें हैं जैसी आदत है वैसा जीवन है| लेकिन आदत ऐसी नहीं बनी है दरअसल हम जिंदगी की इन ए आदतों को हम अपनी शिकायत बना लेते हैं लेकिन बहुत सारी आदतों को एक सारी जगह पर इकट्ठे करने से जो बनता है वह है हमारी जिंदगी|

नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है बहुत समय पहले की बात है एक राजा था,  जो अपनी प्रजा और परिवार का खूब खा सकता था |  लेकिन राजा को अपने परिवार अपने लोगों पर अपनी सेवा के लोगों पर संदेह तक की यह लोग कोई गमले कर रहे हैं और राजा के तीन जो मंत्री थे जो उनका सारा काम संभालते थे |

लेकिन कुछ दिनों से राजा के उन तीनों मंत्री में से कोई एक मंत्री था जो राजा के पैसों को गड़बड़ी करता था और वह मंत्री ने काम को भी ठीक से नहीं कर रहा था अब राजा काफी दुविधा में था राजा को यह समझ नहीं आ रहा था कि इन तीनों में से कौन सा मंत्री है जो बेईमान है और कौन सा ईमानदार|

यह बताने के लिए राजा ने उन तीन मंत्रियों को पास बुलाया और कहा कि देखो मंत्री मेरा जन्मदिन आ रहा है और आप तीनों को एक घने जंगल में जाना है और आपको एक-एक बैग दिया जाएगा और उनसे कहा कि तुमको अलग-अलग जंगल में छोड़ दिया जाएगा उन जंगलों में तुमको फल के पेड़ मिल जाएंगे और वहीं से आपको अच्छे-अच्छे और ताजा-ताजा फल तोड़कर पूरे ठेले को भरकर लाना है, और तुम तीनों के पास आज शाम तक का समय है और राजा के सिपाही उन तीनों मंत्री को जंगल में छोड़ा है |

Very Short Motivational Story in Hindi

उसके बाद वह तीनों मंत्री जंगल में आ गए उसमें से पहले मंत्री बहुत ही ईमानदार और मेहनती था, तो उसने राजा के लिए के लिए बहुत सारे अच्छे-अच्छे और ताजा-ताजा फल फ्रूट इकट्ठा की और अपने ठेले को पूरा भर लिया लेकिन उसे यह सब करने के लिए बहुत सारी मेहनत करनी पड़ी उसने अपना काम पूरा कर लिया, लेकिन उसने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया|

और जो दूसरा मंत्री था वह बहुत ही चालाक था उसने सोचा कि राजा के पास इतना समय थोड़ी है कि यह सब जांच करें कि मैं अच्छे फल लाया या नहीं तो उसने कम मेहनत करके जमीन पर पड़े जमीन पर पड़े पाल उठा ली और अपना थैला भी भर लिया और उसने नहीं देखा कि वह फल सही है या खराब और फिर वह आराम से पेड़ के पास बैठ गया | अब तीसरा मंत्री था जो बहुत ही ज्यादा बेईमान था और आलसी था उसने सोचा कि राजा सिर्फ पहले की लंबाई वजन देखेगा और यह नहीं दिखेगा की उसके अंदर क्या है और कितनी अच्छी और खराब चीज हैं तो उसे दूसरे मंत्री में बिना कुछ सोचे समझे अपने ठेले में छोटे-छोटे पत्थर और पत्तों से भर लिया और वह भी पेट के नीचे बैठ गया है |

और शाम होने का इंतजार करने लगा राजा के अनुसार समय समाप्त हो गया शाम भी हो चुकी थी वह तीनों मंत्री एक साथ अपने-अपने थैली के साथ राजा के महल में प्रवेश करते हैं राजा ने देखा कि वह तीनों मंत्री वापस आ गए हैं तो राजा ने उन तीन मंत्री के  ठेले खोलकर नहीं देखा है कि वह कौन से फल आए हैं और क्या नहीं |

और वह तीनों मंत्रियों को अलग-अलग जेल में एक महीने के लिए डाल दिया | राजा ने सिपाहियों का आदेश दिया कि इन तीनों को 1 महीने तक खाना नहीं दिया जाए और जो वह फल फ्रूट लाया है वही खाए हैं

जो ईमानदार था और अपने थैले में ताजा और अच्छे फल लाया था उसने एक महीना आराम से सफर काट लिया और जो फल बुलाया था अच्छे-अच्छे वह खाकर वह दुरुस्त रहा |

Motivational Short Story in Hindi

अब जो दूसरा मंत्री था जिसने अपने थैले के अंदर बिना देखे हुए बेकार और खराब फल उठाए थे नीचे पड़े हुए उसे वही बेकार और खराब फल खाने पड़े और वह ज्यादा दिनों तक नहीं पाया बाद में वह खराब फल खाने की वजह से बीमार हो गया और उसकी तबीयत खराब हो गई|

तीसरा मंत्री था जो बहुत ही बेईमान और आलसी था जिसके जिसने अपने ठेले के अंदर सूखे पत्ते और पत्थर रखे थे उसके लिए खाने के वादे होगी क्योंकि उसके गले में खाने की कोई चीज नहीं थी क्योंकि वहां पेट और पत्थर ही थे क्या खाता है तभी उसको बेईमानी और अलसी का प्रस्ताव हुआ कि शायद उसने उसे दिन थोड़ी मेहनत करके थैली में अच्छे फल रखे होते तो आज उसका ख्याल नहीं हुआ होता और वह बिना कुछ खाए जेल में कुछ ही दिनों के बाद जेल में ही बुक के कारण मर गया | इस कहानी से यह सीख मिलती है कि हम  बेईमानी करते हैं कि अपने ही काम में अपना कुछ नहीं करना अपना मन नहीं लगना और खाली बैठे रहना तो आज तो हमें कुछ फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन कल भविष्य में हमें कुछ दिन बाद हमें उसे पर पछताना पड़ेगा |

आपने बहुत सारे लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि काश उसे समय में ऐसा कर लेता है तो आज मैं उसे इंसान की जगह में यहां पर होता लेकिन लेकिन जो लोगों ने उसे समय मेहनत की है वह आज सखी से जी रहे हैं सो खाने का तात्पर्य यही है दोस्तों की समय पर काम कर लेना चाहिए जैसे कि आज हम हमारी जवानी में अगर कोई अलसी करते हैं |

तो वह हमें बुढ़ापे में क्या कुछ साल के बाद हमें सिर्फ दुखी देख और अपने काम के साथ बेईमानी और अलग से कभी नहीं करना चाहिए यह जो समय है ना इसकी कीमत कोई नहीं लग सकता हम लाखों रुपए देखकर भी अपनी जिंदगी का 1 मिनट भी वापस नहीं ला सकते |

Inspirational Positivity Motivational Quotes in Tamil

इसलिए मेरा मानना है कि समय का सही उपयोग करो समय की एक अच्छी बात यह है कि अगर हम समय को अच्छे से गुजरते हैं तो हमारा आने वाला समय अच्छा रहता है और बुरी बात यह है कि समय अगर गुजर जाए तो उसके बाद हम कुछ नहीं कर सकते क्योंकि अमीरी के बाद आमिर के पास भी दिन के पूरे चॉइस करते होते हैं और गरीब के पास भी दिन के पूरे चॉइस घंटे होते हैं यह जरूर है कि वह अमीर उसे समय को किस तरह से याद करते हैं |

उसे समय को किस तरह से उपयोग करते हैं और करीब है वह समय को किस तरह से उपयोग करते हैं इसलिए हमारे एक पल का हिसाब रखिए और एक-एक को सही से इस्तेमाल कीजिए

तो इस पोस्ट पर इतना ही अगर आपको इन लेख अच्छा लगा हो तो आपके दोस्त और फैमिली में भी रिकमेंड कीजिए और कमेंट करके अपनी राय जरूर दीजिए तो मिलते हैं अगले पोस्ट पर तब तक के लिए जय हिंद जय भारत ||

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!